परिचय - पत्र एवं पुस्तकालय कार्ड
प्रवेश के बाद छात्र/छात्रायें प्रवेश रसीद दिखाकर पुस्तकालय से परिचय-पत्र एवं पुस्तकालय कार्ड प्राप्त करके उस पर अपने फोटो लगाकर प्राचार्य से हस्ताक्षर अवश्य करायें। हस्ताक्षर युक्त परिचय पत्र एवं पुस्तकालय कार्ड ही मान्य होगा। एवं तभी तुस्तकें प्राप्त होंगी। परिचय-पत्र खो जाने पर विशेष परिस्थितियों में प्राचार्य से आदेश के बाद बीस रूपया जमा करने करने पर दूसरा परिचय पत्र प्राप्त होगा। इसी प्रकार पुस्तकालय कार्ड पन्द्रह रूपया जमा होने पर प्राप्त होगी।
किसी भी शिक्षण संस्था में पुस्तकालय का विशेष महत्व होता है महाविद्यालय में पुस्तकों से सुसज्जित पुस्तकालय है। विद्यार्थियों को चाहिए कि अपने खाली घण्टों में वाचनालय में शान्ति पूर्वक बैठकर पुस्तको, समाचार पत्रों, मासिक व पाक्षिक पत्रिकाओं का अध्ययन करे।
पुस्तकालय से पुस्तक प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित नियम है:
1. शुल्क जमा रसीद पुस्तकालय में दिखाकर सर्वप्रथम पुस्तकालय कार्ड प्राप्त करें कार्ड पर फोटो चिपकाकर व पूर्ण रूप से भरकर संस्थाध्यक्ष से प्रतिहस्ताक्षरित करवाना अनिवार्य है।
2. एक कार्ड पर एक समय में वि0 वि0 पाठ्य क्रमानुसार दो पुस्तकें उपलब्ध हो सकेगी।
3. इन पुस्तकों को 15 दिन के अन्दर वापस करनी होगी अन्यथा 15 दिन के बाद 1/- प्रति पुस्तक प्रतिदिन के हिसाब से विलम्ब दण्ड देय होगा। 15 दिन के बाद भी यदि उन्हीं पुस्तकों को पढ़ना है तो नवीनीकरण कराना आवश्यक है।
4. पुस्तक प्राप्त करते समय हछात्र को स्वयं पुस्तकों की जाँच करनी चाहिए यदि कही पर पुस्तक क्षति-ग्रस्त है तो वहाँ सम्बन्धित सहायक से दिनांक सहित हस्ताक्षर करवा लेना चाहिये अन्यथा सम्पूर्ण जिम्मेदारी छात्र की ही होगी।
5. कार्ड लेखा पंजिका पर अंकित पुस्तकें छात्र को वापस करना अनिवार्य है दूसरे के कार्ड पर अन्य छात्र को पुस्तक प्राप्त नही हो सकेगी।
6. पुस्तक में अंकित एक्शेसन संख्या का कार्ड से मिलान कर लेनी चाहिये अपनी जिनी पुस्तकें, झोला आदि लेकर पुस्तकालय मंे प्रवेश वर्जित है।
7. पुस्तक का चित्र फाड़ना, पृष्ठ मोड़नाख् नाम लिखना, चिन्हित करना आदि कृत्य अपराध है। इसके लिए दण्ड देय होगा।
8. गायब पुस्तको के नवीनतम संस्करण का मूल्य डाक व्यय सहित जमा करना पड़ेगा।
9. विश्वविद्यालय परीक्षा से पूर्व पुस्तके पुस्तकालय में वापस करके अदेय प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही परीक्षा प्रवेश पत्र प्राप्त होगा।
10. पुस्तकें संस्था की निजी सम्पत्ति है सुरक्षित रखने में पुस्तकालय स्टाफ का सहयोग कीजिए।